Wednesday 29 November 2017

PERIODIC TEST 2

1.अपठित गद्यांश
2.पत्र लेखन
3.प्रश्नोत्तर
4विलोम शब्द
5.उपसर्ग/प्रत्यय
6.संज्ञा से विशेषण

Friday 24 November 2017

WB-प्रिय पौधा

प्रिय पौधा

2.संज्ञा को विशेषण में बदलिए
सरलता - सरल
प्रसन्नता - प्रसन्न
सुख - सुखी
दया - दयालु
3. उपसर्ग से बने शब्द
भरपेट     हरघड़ी       प्रतिदिन    कपूत     अपमान     बदहाल  
प्रत्यय से बने शब्द
मिलावट  मोरनी    चाँदनी   मधुरता    दवाखाना गाडीवान

6.विलोम शब्द
सहयोग - असयोग
निश्चय - अनिश्चय
शांत - अशांत
घर्म - अघर्म
स्वीकार - अस्वीकार
7.दिए गए वाक्यों के सामने काल के नाम लिखिए
(क) हरित का पौधा बड़ा हो गया था। 
(ख) हरित का पौधा नृत्य जैसी क्रिया करता है। 
(ग) हरित पौधे के सामने गिटार बजाएगा।
 (घ) बच्चों ने कहानी सुनी थी।
 (ङ) हम कल बाज़ार जाएँगे। 
(च) दुकानदार फल बेच रहा है।

 (छ) गाँव में एक कुआँ था। 
क)भूत काल (ख)वर्तमान काल (ग)भविष्यत काल (घ)भूत काल (ङ)भविष्यत काल (च) वर्तमान काल
(छ)भूत काल
8. नीचे दो-दो शब्दों के जोड़े दिए गए हैं। यदि दोनों के अर्थ समान हों तो (स) पर : 

हैं तो (वि) पर घेरा लगाइए
 (क) कम-ज्यादा        (वि)
(ग) नवीन-पुरातन (वि) 
 (घ) शत्रु-मित्र वि
(ख) आदर-सम्मान स 
(ङ) हर्ष-प्रसन्नता स 
च) जन्मभूमि-मातृभूमि (स

क) वि       (ख)स           (ग)वि          (घ) वि          (ङ)स            (च) स

9. पेड़ों को सुरक्षित रखने के लिए कोई तीन उपाय लिखिए 

Thursday 9 November 2017

पाठ 14 बुद्धिमान राजा प्रश्नोत्तर

पाठ 14 बुद्धिमान राजा प्रश्नोत्तर

1.चीन का राजा भारत जाने की दिशा और रास्ता क्यो ंजानना चाहता था?
चीन का राजा भारत जाने की दिशा और रास्ता जानना चाहता था क्योंकि वह कलिंग प्रदेश पर आक्रमण करके उसे जीतना चाहता था।

2.चीन के राजा ने सेैनिकों की भर्ती क्यों शुरू कर दी?
चीन के राजा के महामंत्री ने राजा को अपना राज्य बढ़ाने की सलाह दी  ।महामंत्री की सलाह राजा को ठीक लगी। इसलिए उसने सेना में  सैनिकों की भर्ती शुरू कर दी।

3.वृद्ध के साथी ज़ोर-ज़ोर से क्यों रोने लगे?
वृद्ध के साथी ज़ोर-ज़ोर से रोने लगे ताकि वे राजा को यह विश्जवास दिला सेकें  कि वे इस जन्म में अपनी मातृभूमि कभी नहीं देख सकेंगे।

4.कलिंग के राजा ने गुप्त बैठक क्यों बुलाई?
कलिंग के राजा ने चीन के राजा के आक्रमण से अपने राज्य को विनाश से बचाने के लिए बुद्धिमान व्यक्तियों की एक गुप्त बैठक बुलाई।
भाषा अभ्यास
5.समान अर्थ वाले शब्द
शीघ्र - जल्दी    
शूरवीर - योद्धा,वीर व्यक्ति
  आपत्ति - एतराज़
वृद्ध - बूढ़ा  
पराजित-परास्त,विजित,हारा हुआ
6.विलोम शब्द लिखिए
लायक -  नालायक
सुना -        अनसुना
आदर -         अनादर ,निरादर
गुण -          अवगुण
राजा -         रंक
आकाश -      पाताल
7.मुहावरे लिखिए
काम से भागना - जी चुराना
हैरान होना - दंग रह जाना
बढ़-चढ़कर बातें करना - डींगे हाँकना
कुछ गड़-बड़ करना - दाल में कुछ काला होना

Tuesday 7 November 2017

हिंदी कहानी कठपुतली का नाच

हिंदी कहानी कठपुतली का नाच

हिंदी कहानी कठपुतली का नाच

छतरपुर में  एक ठाकुर रहा करते थे जिनका नाम था रणवीर सिंह। उनकी उदारता के किस्से दूर-दूर तक प्रसिद्ध थे। उन के दीवान करम चन्द उनसे भी दो हाथ आगे थे चारों तरफ उनकी चतुराई और ज्ञान का बोलबाला था। छत्रपुर के सारे काम-काज दीवान जी ही देखते थे। उनके होते हुए ठाकुर रणवीर सिंह को किसी भी तरह की फ़िक्र नहीं था। रणवीर सिंह भीदीवान जी का बहुत सम्मान करते थे और हर बात में उनकी सलाह जरूर लेते थे। रियासत बहुत बड़ी थी इस लिये दीवानजी को जगह-जगह घूमना फिरना पड़ता था। इसलिए दीवान जी का वेतन भी काफी ज्यादा था। सारी जनता दीवानजी को बहुत मान देती थी सिवाय ठाकुर साहब के नौकर सुन्दर के। सुन्दर को हमेशा इसी बात का अफ़सोस रहता था की सेवा तो वो भी ठाकुर साहब की बहुत करता है फिर उसे उतना सम्मान क्यों नहीं मिलता। यही बात हमेशा उसको परेशान करती थी। एक दिन ठाकुर साहिब अपनी रियासत का दौरा करने निकले। सुन्दर भी उनके साथ था। अकेले में मौका पाकर सुन्दर ने अपने मन की बात ठाकुर साहिब से कह दी और विनती की कि उसको भी दीवानजी के जितना ही वेतन मिलना चाहिए। रणवीर सिंह ने सुन्दर की बात बहुत ध्यान से सुनी और कहा कि “तुम ठीक कहते हो सुन्दर, हम घर जाकर तुम्हारी बात पर विचार करेंगे ”।
इतने में कुछ शोर-गुल की आवाज़ सुनाई पड़ी। ठाकुर साहिब ने सुन्दर को कहा कि वो जाकर देखे कि शोर कैसा है। सुन्दर भागता हुआ वहाँ गया और वापस आकर बताया कि वो बंजारे हैं।
“वो तो ठीक है, मगर वो कहाँ से आए हैं”, ठाकुर साहिब ने फिर पूछा।
सुन्दर फिर भाग कर वहां गया और आकर बोला कि वो राजस्थान से आए हैं।
“वो कौन लोग हैं और करते क्या हैं , जरा पता तो करो ”, ठाकुर साहिब ने फिर पूछा।
सुन्दर फिर भाग कर वहां गया और आकर बताया कि वो कठपुतली वाले हैं।
“पर वो यहाँ क्या करने आएँ हैं”, ठाकुर साहिब ने फिर प्रश्न किया।
सुन्दर फिर भाग कर गया और आकर बताया कि वो यहाँ कठपुतली का नाच दिखाने आए हैं।
“सुन्दर, जाकर पता तो करो कि क्या ये लोग आज रात हमको कठपुतली का नाच दिखाएँगे ?” सुन्दर फिर भागा गया और आकर बताया कि वो लोग आज रात को पुतली का नाच दिखाएँगे।
सुन्दर अब तक थक कर चूर हो चूका था उसकी समझ में नहीं आ रहा था की इन छोटी-छोटी बातों के लिए ठाकुर साहब उसे बार-बार क्यों परेशां कर रहे हैं। इतने में दीवनजी आये और ठाकुर साहिब ने उनसे भी यही सवाल किया कि वो जाकर देखें कि शोर कैसा है। दीवानजी गए और थोड़ी देर में आकर बताया कि ये लोग राजस्थान के बंजारे हैं और कठपुतली का नाच कराते हैं। सुना है कि ये लोग अपने काम में बहुत माहिर हैं, इसी लिए मैंने इनसे कहा है कि आज रात को ये यहाँ पर आपको अपनी कला का प्रदर्शन दिखाएँ।

सुन्दर ये सब बड़े गौर से देख रहा था। इस से पहले कि ठाकुर साहिब कुछ कह पाते  उसको अपनी गलती का एहसास हो गया। वो हाथ जोड़ कर खड़ा हो गया और बोला, “अन्नदाता आज आपने मेरी आँखें खोल दी। मैं जहाँ भी हूँ और जैसा भी हूँ ठीक हूँ। मैंने बिना किसी कारण दीवान जी के बारे में गलत सोचा और उनसे मन ही मन ईर्ष्या रखने लगा मुझे माफ़ कर दीजिये। 
सुन्दर को अब समझ आ गया था की व्यक्ति की पहचान उसके गुणों से होती है। 

अनुच्छेद लेखन

अनुच्छेद लेखन:अनुच्छेद लेखन गद्य की लघु विधा है। इसमें किसी वाक्य विचार,अनुभव या दृश्य को कम से कम शब्दों में व्यक्त करना होता है। छोटे-छोटे वाक्य और गति हुई  अनुच्छेद लेखन की महत्वपूर्ण विशेषता है। यह बच्चो की सृजनात्मकता क्षमता को बढ़ाने का बहुत ही अच्छा माध्यम है। 
अनुच्छेद लिखते समय निम्नलिखित बातों को ध्यान रखना आवश्यक है। 
  1. दिए गए विषय को 10 से 12 वाक्यों या 100 से 120 शब्दों में व्यक्त करना  होता है। 
  2. वाक्य छोटे तथा एक दुसरे से जुड़े होते हैं। 
  3. लेखन का आरम्भ सीधे विषय से होता है। किसी भूमिका या परिचय की आवश्यकता  नहीं होती है। 
  4. विचारों का प्रवाह स्पष्ट होना चाहिए। 
  5. उदाहरण का संकेत ही पर्याप्त होता है। 
  6. भाषा सरल, स्पष्ट तथा मुहावरेयुक्त होनी चाहिए। 
  7. विषय का विस्तार सीधे होना चाहिए। अनुच्छेद सीधा और ठोस होता है। 
  8. रोचकता बनाये रखना अनुच्छेद लेखन की विशेषता होती है। 
  9. अनुच्छेद के अंत में निष्कर्ष समझ में आ जाना चाहिए यानी विषय समझ में आ जाना चाहिए।
  10.  यदि अनुच्छेद लेखन के संकेत बिंदु दिए गए हैं तो उन्ही के आधार पर विषय का क्रम तैयार करना चाहिए।

Wednesday 1 November 2017

WORKSHEET-14 (बुद्धिमान राजा)

DAV PUBLIC SCHOOL ,BBSR-21
CLASS – V HH   WORKSHEET-14 (बुद्धिमान राजा)
NAME------------------                                             SEC----------              ROLL-------
1.   चीन का  राजा कैसा था?
2.   महामंत्री ने राजा को क्या सलाह दी?
3.   राजा ने सेना को क्या आदेश दिया?
4.   पड़ोसी राजाओं ने क्यों हार मान ली?
5.   पड़ोसी राजाओं ने चीन के राजा को उपहार में क्या दिया?
6.   भारत के कलिंग प्रदेश के बारे में राजा को किसने बताया?
7.   चीन की सेना ने कहाँ पड़ाव डाला?
8.   वहाँ सैनिकों ने क्या काम शुरू कर दिया?
9.   राजा ने चारों दिशाओं में दूत क्यों भेजे?
10.  कूच का क्या अर्थ है?  

अगर न नभ में बादल होते (भाषा अभ्यास)

   अगर न नभ में बादल होते  (भाषा अभ्यास) 1. ध्यानपूर्वक पढ़िए  कौन सिंधु से जल भर लाता?  उमड़-घुमड़, जग में बरसाता?  मोर न खुश हो शोर मचाते,...