अनुच्छेद लेखन:अनुच्छेद लेखन गद्य की लघु विधा है। इसमें किसी वाक्य विचार,अनुभव या दृश्य को कम से कम शब्दों में व्यक्त करना होता है। छोटे-छोटे वाक्य और गति हुई अनुच्छेद लेखन की महत्वपूर्ण विशेषता है। यह बच्चो की सृजनात्मकता क्षमता को बढ़ाने का बहुत ही अच्छा माध्यम है।
अनुच्छेद लिखते समय निम्नलिखित बातों को ध्यान रखना आवश्यक है।
अनुच्छेद लिखते समय निम्नलिखित बातों को ध्यान रखना आवश्यक है।
- दिए गए विषय को 10 से 12 वाक्यों या 100 से 120 शब्दों में व्यक्त करना होता है।
- वाक्य छोटे तथा एक दुसरे से जुड़े होते हैं।
- लेखन का आरम्भ सीधे विषय से होता है। किसी भूमिका या परिचय की आवश्यकता नहीं होती है।
- विचारों का प्रवाह स्पष्ट होना चाहिए।
- उदाहरण का संकेत ही पर्याप्त होता है।
- भाषा सरल, स्पष्ट तथा मुहावरेयुक्त होनी चाहिए।
- विषय का विस्तार सीधे होना चाहिए। अनुच्छेद सीधा और ठोस होता है।
- रोचकता बनाये रखना अनुच्छेद लेखन की विशेषता होती है।
- अनुच्छेद के अंत में निष्कर्ष समझ में आ जाना चाहिए यानी विषय समझ में आ जाना चाहिए।
- यदि अनुच्छेद लेखन के संकेत बिंदु दिए गए हैं तो उन्ही के आधार पर विषय का क्रम तैयार करना चाहिए।
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