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सुलतान के तख़्त के चारों ओर एक लकीर खींची।
होजा तो मेरी सल्तनत का सयाना आदमी है।
ताज्जुब है,मुझे अभी तक उसका ख्याल ही नहीं आया।
असल मुद्दा यह नहीं है।
उसने तो तुमने छुट्टी कर दी।
बहुत मगजपच्ची करने के बाद भी हम इस घेरे का मतलब समझ नहीं पाए।
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