Monday 6 December 2021

अपठित पद्यांश/काव्यांश

 

डी. . वी. पब्लिक स्कूल, चन्द्रशेखरपुर, भुवनेस्वर

कक्षा- 5          हिंदी

अपठित पद्यांश/काव्यांश

1.       निम्नलिखित अपठित पद्यांश/काव्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए।

जीवन में आगे बढ़ना तो

सीखो नदी-पहाड़ों से।

सर्दी गर्मी धूप और वर्षा

रुकते नहीं ये आँधी से।

कल-कल करती नदियाँ बहतीं

सबको खुशियाँ देती हैं।

    कोई कूड़ा डाले तो भी वह

    कुछ भी न कहती है।

अपने निर्णय पर अटल,

सदा खड़ा है पर्वत राज।

हवा आँधी या तूफ़ां आए

कभी न हिलता उसका ताज।

प्रश्न-

क.     1. आगे बढ़ने के लिए हमें किस-से शिक्षा लेने के लिए कहा गया ?

*नदी-पहाड़ों से

*नदी-नाले से

*माता-पिता से

*भाई-बहन से

ख.    2. ‘धूप’ का विलोम शब्द क्या है चुनिए।

*छाई

*छाँव

*चाव

*छाया

ग.      3.पर्वत राज से हमें क्या शिक्षा मिलती है?

*चुप रहने की

*देखने की

*अटल रहने की

*बोलने की

घ.    4.  ‘खुशियाँ’ शब्द किसका बहुवचन रूप है?

*खुश

*खुस

*खुशी

*खुशिया

5. किसका ताज न हिलने की बात कही गई है?

* राजा का

* सर का

* नदी का

* पर्वत का

 

 

 

 

 

 

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