प्रदूषण
आज के समय में प्रदूषण एक बहुत बड़ी समस्या बन गई है, इसके कारण मनुष्यों तथा पशुओं में कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएँ उत्पन्न हो रही हैं। औद्योगिकरण के कारण पिछले कुछ वर्षों में प्रदूषण का स्तर काफी तेजी से बढ़ा है क्योंकि कलकारखानों के कारण इससे उत्पन्न होने वाला कचरा भूमि, वायु और पानी में मिलता जा रहा है। फिर भी लोग प्रदूषण की इस समस्या और इसके प्रभावों के प्रति जागरुक नहीं हो रहे हैं। प्रदूषण के कई प्रकार हैं जैसे - वायु प्रदूषण, भूमि प्रदूषण, जल प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण आदि। इसके अलावा भी कई अन्य तरह के भी प्रदूषण है, जो हमारे ग्रह के लिए हानिकारक है। लगातार कटते जा रहे पेड़, वाहनों के बढ़ते प्रयोग, तेजी से हो रहा शहरीकरण और औद्योगिकरण के कारण हमारे पर्यावरण पर काफी बुरा प्रभाव पड़ता है। प्रदूषण के इस समस्या को रोकने के लिए हमें सार्वजनिक जागरुकता के कार्यक्रमों का आयोजन करना चाहिए ताकि प्रदूषण की इस समस्या को जड़ से समाप्त किया जा सके। इसके साथ ही हर व्यक्ति की यह जिम्मेदारी बनती है कि प्रदूषण को रोकने के लिए वह अपने स्तर पर अपना महत्वपूर्ण योगदान दे, तभी हम अपनी आने वाली पीढ़ियों को प्रदूषण मुक्त माहौल दे पायेंगे।
प्रश्न-
1.आज के समय में बड़ी समस्या क्या है?
2.किसके कारण प्रदूषण का स्तर काफी तेजी से बढ़ा है?
3.प्रदूषण कितने प्रकार के होते हैं?
4.हमारे पर्यावरण पर किसका बुरा प्रभाव पड़ता है?
5.प्रदूषण की समस्या को समाप्त करने के लिए हमें क्या करना चाहिए?
6.हम अपनी आने वाली पीढ़ियों को प्रदूषण मुक्त माहौल देने के लिए क्या कर सकते हैं?
प्रश्न-
1.आज के समय में बड़ी समस्या क्या है?
2.किसके कारण प्रदूषण का स्तर काफी तेजी से बढ़ा है?
3.प्रदूषण कितने प्रकार के होते हैं?
4.हमारे पर्यावरण पर किसका बुरा प्रभाव पड़ता है?
5.प्रदूषण की समस्या को समाप्त करने के लिए हमें क्या करना चाहिए?
6.हम अपनी आने वाली पीढ़ियों को प्रदूषण मुक्त माहौल देने के लिए क्या कर सकते हैं?